RBI Monetary Policy Highlights : Repo Rate keep unchanged at 6.5%
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी(एमपीसी)) की बैठक बुधवार 04 दिसंबर को शुरू हुई थी जो शुक्रवार-6 दिसंबर को खत्म हुई।। एमपीसी के अध्यक्ष आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास शुक्रवार 06 दिसंबर 2024 को एमपीसी मीटिंग में लिए गए निर्णयों की घोषणा की ।
आरबीआई एमपीसी की मीटिंग हर दो महीने पर होती है जिसमें एमपीसी कमेटी के सदस्य महंगाई से जुड़े मुद्दे और बदलाव पर चर्चा विचार करते है।
(1)MPC member keep Repo Rate keep Unchanged at 6.5
एमपीसी के सभी सदस्य तटस्थ होकर लगातार 11 वी बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है।आरबीआई की एमपीसी ने इसे 6.5 फीसदी पर यथावत रखने का फैसला किया है।
रेपो रेट वो रेट है जिसमें देश का केंद्रीय बैंक धन की कमी होने की स्थिति में वाणिज्य बैंकों को उधार लोन देता है।उसका डायरेक्ट कनेक्शन ग्राहक के लोन से होता है।जब रेपो रेट बढ़ती है, तो बैकों को आरबीआई से मिलने वाला लोन महंगा हो जाता है।ऐसी स्थिति में बैंक ग्राहकों से, हाउस लोन, कार, पर्सनल लोन, सभीलोन में ब्याज दर बढ़ा देती है।
(2)गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा जीडीपी वृद्धि दर अनुमान
(1) वित्त वर्ष 2025 -6.6%
(2) दूसरी तिमाही(Q2) - 5.4 %
(3) तीसरी तिमाही(Q3) - 6.8%
(4) चौथी तिमाही(Q4) - 7.2% और
(5) वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही(Q1) - 6.9%
(5) वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही(Q2) - 7.3%
(3)Inflation Assumption rate
आरबीआई गवर्नर और एमपीसी के अध्यक्ष शक्तिकांत दासने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में महंगाई 4.8% रहने का अनुमान है.तीसरी तिमाही में इसके बढ़कर 5.7% रहने का अनुमान है लेकिन चौथी तिमाही में यह घटकर 4.5% तक रह सकती है। अगले साल की पहली तिमाही में महंगाई 4.6% और दूसरी तिमाही में 4% रहने का अनुमान है।
(4)MPC announce Cash reserve ratio reduce by 50 points
शक्तिकांत दासने ने कैश रिजर्व रेश्यो जो पहले 4.5 फीसदी था में इस्मे कटौती करके इसे 4 फीसदी करने का फैसला किया है। इससे बैंक की नकदी की समस्या दूर होगी।आरबीआई के इस फ़ैसले से बैंकों के लिए 1.16 लाख करोड़ रुपये की नगदी उपलब्ध होगी।
(5) एमपीसी की अगली बैठक 5-7 फरवरी 2025 को निर्देशित की गई है।
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