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Surya Grahan 2024 Date and Time

सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर, 2024 को है। सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण ये दोनो खगोलीय घटना  है ये सब हमने विज्ञान में पढ़ा है 

ये सूर्यग्रहण पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं बल्कि "एक वलयाकार सूर्यग्रहण " होगा जिसे "रिंग ऑफ फायर" के नाम से भी जाना जाता है

सूर्य ग्रहण किसे कहते है & सूर्य ग्रहण के प्रकार  :

जब चंद्र, सूर्य और पृथ्वी के बीच में आता है तो चंद्र सूर्य को ढक देता है पर चंद्र और पृथ्वी के बीच का अंतर ज्यादा होने की वजह ये चंद्र सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक  सकता  उसके वजह से सूर्य के बाहरी किनारे रिंग आकर में चमकते रहते हैं जीसे वलयाकार  सूर्य ग्रहण के नाम से जाना जाता है। लॉग  इसे रिंग ऑफ फायर के नाम से भी जानते हैं

सूर्य ग्रहण के तीन प्रकार है (1) पूर्ण सूर्य ग्रहण(2)अंशिक सूर्य ग्रहण  (3)वलयाकार सूर्य ग्रहण 

(1) पूर्ण सूर्य ग्रहण : पूर्ण सूर्य ग्रहणमें  चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक देता है इस वजह से पृथ्वी से  सूर्य के प्रकाश को नहीं देख सकते इसलिए इस ग्रहण को पूर्ण सूर्यग्रहण कहते हैं

(2) आंशिक सूर्य ग्रहण : आंशिक सूर्य ग्रहणमें सूर्य का कोई एक भाग चंद्र द्वार ढक दिया जाता है और ढका हुआ भाग  पृथ्वी से नहीं दिखाई देता इसलिए इस ग्रहण को  आंशिक सूर्य ग्रहण कहते हैं 

(3) वलयाकार सूर्य ग्रहण : वलयाकार ग्रहण में चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है मतलब चंद्रमा सूर्य के मध्य भाग को अपनी छाया में ढक लेता है और इसी वजह से सूर्य का बाहरी किनारा रिंग के आकार में प्रकाशित दिखता है जिसे वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते हैं

सूर्य ग्रहण तिथि, प्रारंभ समय और समाप्ति समय:

इस बार के ग्रहण की बात करें तो ये इस साल का अंतिम ग्रहण है। इस साल का ये अंतिम ग्रहण 2 अक्टूबर 2024 बुधवार को दिखाइ देगा और सूर्यग्रहण का समय 9 बजे 13 मिनट शुरू होता है और रात्रि में 3 बजे 17 मिनट पर खत्म होगा  ये ग्रहण 6 घंटे 4 मिनट तक चलेगा। लेकिन ये ग्रहण भारत ने नहीं दिखेगा।

हिंदू धर्म के मान्यता अनुसार सूर्यग्रहण के 12 घंटे पहले से ग्रहण खत्म होने तक के समय को सूतक काल माना जाता है और इस समय  में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए  सूर्य ग्रहण के दोरान मंदिर के दरवाजे भी बंद कर दिए जाते हैंसूर्यग्रहण के दोरान सूतक काल में खाना और पीना भी वर्जित माना गया है ,और ये समय में भगवान का ध्यान, भजन, जप, माला ये सब करना चाहिए  

इस साल  का सूर्यग्रहण भारत में नहीं  दिखेगा इसलिए सूतक काल नहीं लगेगा 

सूर्य ग्रहण कहां  दिखाइ देगा :

ये सूर्यग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर और अंटार्कटिका में दिखेगा



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